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आज बहुजनों के एक मात्रा पार्टी बहुजन समाज पार्टी

 बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ही एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है जो आज भी कांग्रेस और भाजपा के सामने अपने दम पर खड़ी है। बहुजनों को एक मजबूत पार्टी के महत्व को समझना होगा और बहुजन समाज पार्टी के पीछे खड़ा होना होगा। यही एक पार्टी है जो की बहुजनो को सही प्रतिनिधित्व दे सकती है| 

पिछले कुछ दिनों से कहा जा रहा है की बसपा और उसकी नेता मायावती जी हाल के कुछ वर्षों में राजनीतिक प्रदर्शन में चुनौतियों का सामना कर रही हैं।एक कारण ये बताया जा रहा है की बहुजन और पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मतदाताओं के अपने मूल आधार के बाहर नए समर्थन को आकर्षित करने में पार्टी की असमर्थ रही है| दूसरा कारण ये बताते है की बसपा ने अपने मूल समर्थकों का समर्थन भी खो दिया है। इसके अलावा, मायावती जी का 2019 में समाजवादी पार्टी से नाता टूट जाना, जिसे उनकी एक "बड़ी गलती" के रूप में प्रचारित किया गया और कहा गया की बसपा उत्तर प्रदेश में अपने सबसे निचले स्तर पर हैं और अब पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं रहा।

मेरे हिसाब से राजनीती में उतार और चढाव आते रहते है उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी आज भी एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती रही हैं और एक महत्त्व रखती है। हालाँकि, विभिन्न विवादों और दुष्प्रचार से उनकी छवि धूमिल की गयी है। इस छवि को सुधारना बसपा और मायावती जी के लिए एक मुश्किल काम हो सकता है, लेकिन कठिन नहीं| आज भी बसपा और मायावती जी के समर्थन में लोग कम नहीं है| मेरे ख्याल से आज के व्हाट्सप्प और यूट्यूब के तेज ज़माने में पार्टी और मायावती जी को अपने बारे में लोगों की धारणा सुधारने और लोगों को जोड़ने के लिए एक आईटी सेल का गढन करना ही चाहिए।

पुराने विकास के किये कार्य और नए मुद्दो पर ध्यान व प्रचार

मूर्तियों और स्मारकों के निर्माण का जोरदार तरीके से विरोधी पार्टियों पर पलटवार 

आम जनता को लाभ पहुँचाने वाली विकास परियोजनाओं का प्रचार 

आम लोगों के जीवन की समस्या पर कटाक्ष और उनके बेहतर बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना

सतीश चंद्र जी ने भ्रष्टाचार के आरोप का पिछली बार बखूबी पलटवार किया 

सतीश चंद्र जी और आनद जी के साथ मायावती जी को खुद सभी छोटे बड़े मुद्दों पर बोलना चाहिए जिससे वे लोगों से जुड़ सके

मायावती जी की लोगों से कटने के लिए आलोचना की गई है। उन्हें विभिन्न समुदायों के लोगों के साथ जुड़कर, हर मुद्दे पर, प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें, ये आज कल लोगों से जुड़ने और सकारात्मक छवि, अपनी बात रखने का एक शक्तिशाली उपकरण है।

विरोधी पार्टियों के गलत विचारो को लोगों के सामने लाये, सरकार द्वारा किये गए काम में कमिया लोगो तक उजागर करे| 

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